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Janmashtami 2022 Date and Time: जानिए जन्माष्टमी के दिन क्या करें और क्या न करें

janmashtami 2022 date and time ke din kya kare or kya na kare
Janmashtami 2022 Date and Time


Janmashtami 2022 Date and Time: जन्माष्टमी का पर्व (Janmashtami Festival) न केवल भारत में बल्कि दुनिया के कई देशों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान श्री कृष्ण (Lord Krishna) का जन्म हुआ था और इसी कारण से इस दिन भक्त पूरा दिन व्रत रखकर भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना करते हैं। लेकिन इस दिन कुछ ऐसे भी कार्य हैं, जिन्हें करना निषेध बताया गया है तो बिना किसी देरी के चलिए जानते हैं जन्माष्टमी पर क्या करें और क्या न करें।

जन्माष्टमी पर क्या करें (Janmashtami Per Kya Kare)

1. जन्माष्टमी से एक दिन पहले यानी सप्तमी तिथि से व्रत के नियमों का पालन करें,विशेष रूप से ब्रह्मचर्य का पालन तो अवश्य करें। क्योंकि किसी भी व्रत को करने से पहले ब्रह्मचर्य का पालन करना आवश्यक माना जाता है। 

2. सप्तमी तिथि को हल्का ही भोजन लें और यदि संभव हो तो इस दिन नमक का सेवन बिल्कुल भी न करें। 

3. जन्माष्टमी के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि करने के बाद भगवान श्री कृष्ण का ध्यान अवश्य करें और पूजा स्थल की अच्छी तरह से सफाई कर लें।

4.इसके बाद व्रत का संकल्प अवश्य लें और पूजा की पूरी तैयारी करे लें। 

5. जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण की पूजा के बाद उन्हें माखन और मिश्री का भोग अवश्य लगाएं। क्योंकि भगवान श्री कृष्ण को माखन और मिश्री अत्याधिक प्रिय हैं। इसके साथ ही पूजा की सामग्री में पान और नारियल भी अवश्य रखें।

6. जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण को रात 12 बजे के बाद दक्षिणावृत्ति शंख में पंचामृत भरकर स्नान अवश्य कराएं। 

7.इसके बाद भगवान श्री कृष्ण को नए वस्त्र पहनाकर उनका श्रृंगार अवश्य करें। 

8.जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण को झूला अवश्य झूलाया जाता है। इसलिए आप भी इस दिन भगवान श्री कृष्ण को झूला अवश्य झूलाएं।

9. इसके बाद भगवान श्री कृष्ण को पंजीरी का भोग अवश्य लगाएं और उसी प्रसाद से अपने व्रत का भी पारण करें।

10.इसके बाद भगवान श्री कृष्ण से अनजाने में हुई किसी भी भूल के लिए क्षमा अवश्य मांगे और घर के सभी लोगों के बीच में प्रसाद बांटें।

जन्माष्टमी पर क्या न करें (Janmashtami Per Kya Na Kare)

1. जन्माष्टमी पर तुलसी दल तोड़ना वर्जित माना जाता है। इसलिए इस दिन भूलकर भी तुलसी न तोड़ें।

2.जन्माष्टमी पर प्याज और लहसून का प्रयोग भूलकर भी न करें। क्योंकि इस दिन इन चीजों का प्रयोग बिल्कुल भी नहीं किया जाता। 

3. इस दिन मसूर की दाल का भी प्रयोग नहीं किया जाता है। इसलिए इस दिन मसूर की दाल का भी प्रयोग न करें। 

4.जन्माष्टमी के दिन किसी को भी अपशब्द न बोलें, नहीं तो आपको भगवान श्री कृष्ण के क्रोध का पात्र बनना पड़ सकता है। 

5.जन्माष्टमी के व्रत का पारण रात 12 बजे से पहले बिल्कुल भी न करें। क्योंकि मान्यातओं के अनुसार भगवान श्री कृष्ण का जन्म रात 12 बजे ही हुआ था। 

6.इस दिन भूलकर भी किसी गाय को न मारें। क्योकि गाय भगवान श्री कृष्ण को अत्याधिक प्रिय हैं।

7.जन्माष्टमी पर किसी पेड़ या पौधे को भी उखाड़ना चाहिए। 

8. इस दिन भूलकर भी अपने किसी निर्धन व्यक्ति या साधु-संत का अपमान न करें। 

9.जन्माष्टमी के दिन अपने घर पर लड़ाई-झगड़ा आदि न करें। 

10.यदि कोई महिला मासिक धर्म से हो तो उसे भूलकर भी जन्माष्टमी की पूजा की किसी भी चीज को हाथ नहीं लगाना चाहिए। 

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