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Govardhan Puja 2021 Date: गोवर्धन पूजा 2021 में कब है, जानिए शुभ मुहूर्त,महत्व और पूजा विधि

Govardhan Puja 2021 Date and time govardhan puja 2021 kab hai importance and puja vidhi
Govardhan Puja 2021 Date

 

Govardhan Puja 2021 Date: गोवर्धन पूजा का त्योहार (Govardhan Puja Festival) दिवाली (Diwali) के दूसरे दिन मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। जिसे गाय के गोबर से बनाया जाता है। इतना ही नहीं इस दिन गाय और बैलों की भी विशेष पूजा की जाती है। गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) को अन्नकूट पूजा (Annakut Puja) भी की जाती है तो चलिए जानते हैं साल 2021 में कब है गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja 2021 Mein Kab Hai), गोवर्धन पूजा का महत्व (Govardhan Puja Ka Mahtva),गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त और गोवर्धन पूजा विधि (Govardhan Puja Shubh Muhurat And Govardhan Puja Vidhi)

गोवर्धन पूजा का महत्व (Govardhan Puja Importance) 

गोवर्धन पूजा को विशेष महत्व दिया गया है। इस दिन गौ माता की पूजा की जाती है। गोवर्धन पर्वत ब्रज में स्थित है। यह एक छोटी सी पहाड़ी है। लेकिन इस पहाड़ी को पर्वतों का राजा माना जाता है। क्योंकि द्वापर युग का सिर्फ एक यही अवशेष ही वर्तमान समय में मौजूद है। यमुना नदी ने तो समय- समय पर अपनी दिशा बदलती रही। लेकिन गोवर्धन पर्वत एक ही स्थान पर आज भी अपने मूलभूत स्थान पर खड़ा है। गोवर्धन पर्वत को भगवान श्री कृष्ण के रूप में ही पूजा जाता है।

पुराणों के अनुसार गोवर्धन पर्वत के महत्त्व को दर्शाते हुए कहा गया है - गोवर्धन पर्वतों के राजा और हरि के प्रिय हैं। इसके समान पृथ्वी और स्वर्ग में दूसरा कोई तीर्थ नहीं है। पुराणों के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने इंद्र के अंहकार को तोड़ा था। जिसके पीछे उनका एक मात्र उद्देश्य ब्रज वासियों की रक्षा और गौ धन को बचाना था। गौ माता की महत्वता को बताने के लिए ही गोवर्धन पूजा की जाती है। क्योंकि गौ माता मनुष्य के जीवन में विशेष महत्व रखती हैं। गौ माता से प्राप्त चीजों की ही मनुष्य सेवन करता है।

गोवर्धन पूजा विधि (Govardhan Puja Vidhi) 

1.गोवर्धन पूजा के दिन सबसे पहले पूजा करने वाले व्यक्ति को स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करने चाहिए। 

2.इसके बाद गाय को गोबर से गोवर्धन की मूर्ति बनाएं। इसके बाद भगवान गिरिराज का स्मरण करते हुए अन्नकूट का भोग लगाएं।

3. इस दिन गाय और बैलों का विशेष पूजन किया जाता है। इसलिए गाय और बैल को स्नान कराकर उनका धूप, दीप, फूल और मालाओं से पूजन करें। 

4.इसके बाद उनकी आरती उतारें और उन्हें मिठाई का भोग लगाएं। 

5. अंत में सभी को वही मिठाई प्रसाद के रूप में वितरण करें।

गोवर्धन पूजा 2021 तिथि (Govardhan Puja 2021 Tithi)

5 नवंबर 2021

गोवर्धन पूजा 2021 शुभ मुहूर्त (Govardhan Puja 2021 Shubh Muhurat)

गोवर्धन पूजा प्रातःकाल मुहूर्त - सुबह 6 बजकर 36 मिनट से सुबह 8 बजकर 47 मिनट तक (5 नवंबर 2021)

गोवर्धन पूजा सायाह्नकाल मुहूर्त - दोपहर 3 बजकर 22 मिनट से शाम 5 बजकर 33 मिनट तक (5 नवंबर 2021)

प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ - रात 02 बजकर 44 मिनट से (5 नवंबर 2021)

प्रतिपदा तिथि समाप्त - अगले दिन 11 बजकर 14 मिनट तक (5 नवंबर 2021)



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