Hanuman Puja 2022 October: हनुमान पूजा 2022 में कब है, जानिए शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि
Hanuman Puja 2022 October |
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हनुमान पूजा का महत्व (Hanuman Puja Ka Mahatva)
हनुमान पूजा का पर्व साल में दो बार मनाया जाता है। उत्तर भारत में यह पर्व चैत्र मास के शुक्ल की पूर्णिमा को वहीं दक्षिण भारत में हनुमान पूजा का यह त्योहार नर्क चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है। हनुमान जी के पिता का नाम वनरराज केसरी और माता का अंजना है। इन्हें भगवान शिव का 11वां रूद्र अवतार माना जाता है।
हनुमान जी को भगवान श्री राम का परम भक्त माना जाता है। हनुमान जी को कलयुग में सबसे ज्यादा प्रभावशाली देवता माना जाता है। जिनका सिर्फ नाम लेने मात्र से ही सभी तरह के संकट दूर हो जाते हैं।हनुमान जी को बजरंग बली के अलावा पवनसुत,पवनकुमार,महावीर,बालीबिमा,मरुत्सुता, अंजनीसुत, संकटमोचन,अंजनेय,मारुति और रुद्र आदि नामों से भी जाना जाता है।
हनुमान पूजा का दिन हनुमान जी के भक्तों के लिए अत्यंत ही विशेष होता है। इस दिन बजंरग बली के भक्त उनके लिए उपवास रखते हैं और मंदिर जाकर उनके दर्शन करते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। इसके साथ ही इस दिन बजरंग बलि को सिंदूर का चोला चढ़ाया जाता है।
इस दिन हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ाना बहुत ही लाभकारी माना जाता है। इसके साथ ही हनुमान पूजा पर हनुमान जी को बूंदी के प्रसाद को भोग भी लगाया जाता है। इसके साथ ही हनुमान पूजा बंदरों को गुड़ चना और केले बांटना भी बहुत शुभ होता है। ऐसा करने से बजंरग बली की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के सभी संकटों को समाप्ति होती है।
हनुमान जी की पूजा विधि (Hanuman Ji Ki Puja Vidhi)
1. हनुमान जी की पूजा में ब्रह्मचर्य को अत्यंत ही विशेष माना जाता है। इसलिए हनुमान जयंती की पर पूजा करने वाले व्यक्ति को एक दिन पहले से ही ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
2.हनुमान पूजा के दिन सूर्योदय से पहले उठें। सबसे पहले जहां आपको पूजा करनी है उस स्थान को अच्छी तरह से साफ कर लें। इसके बाद स्नान करें और लाल रंग के वस्त्र धारण करें।
3. इसके बाद एक साफ चौकी लेकर उस पर गंगाजल छिड़कें और उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण जी स्मरण करें।
4.इसके बाद भगवान गणेश की चौकी पर स्थापना करें और एक ऐसी मूर्ति या तस्वीर लें। जिसमें भगवान राम,माता सीता और लक्ष्मण जी हों और उनके चरणों में हनुमान जी बैठे हुए हों और प्रतिमा या तस्वीर को भी चौकी पर स्थापित करें।
5.प्रतिमा स्थापित करने के बाद सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें। उसके बाद भगवान राम,माता सीता और लक्ष्मण जी की भी विधिवत पूजा करें।
6. इसके बाद हनुमान जी के आगे चमेली के तेल का दीपक जलाएं और उन्हें लाल रंग के पुष्पों की माला और लाल रंग के पुष्प ही अर्पित करें।
7. हनुमान जी की पुष्पों माला और पुष्प अर्पित करने के बाद चोला और सिंदूर भी अर्पित करें। ये सभी चीजें अर्पित करने के बाद , हनुमान चालीसा , हनुमान जी के मंत्र और श्री राम स्तुति का पाठ अवश्य करें।
8. यदि संभव हो तो हनुमान जयंती के दिन रामायण का पाठ भी अवश्य करें। इसके बाद हनुमान जी की धूप व दीप से आरती उतारें।
9. हनुमान जी की आरती उतारने के बाद उन्हें गुड़ चने और बूंदी के प्रसाद का भोग लगाएं। भोग लगाने के बाद हनुमान जी से पूजा में हुई किसी भी भूल चूक के लिए क्षमा याचना अवश्य करें।
10. इसके बाद बंदरों को गुड़,चना और केले अवश्य बाटें। हनुमान जयंती को बंदरों के बीच में गुड़ चना और केले बांटना बहुत ही शुभ माना जाता है।
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हनुमान पूजा 2022 तिथि (Hanuman Puja 2022 Date)
23 अक्टूबर 2022
हनुमान पूजा 2022 शुभ मुहूर्त (Hanuman Puja 2022 Shubh Muhurat)
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ - सुबह 08 बजकर 33 मिनट से (23 अक्टूबर 2022)
चतुर्दशी तिथि समाप्त -अगले दिन सुबह 7 बजकर 57 मिनट तक (24 अक्टूबर 2022)
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