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Magh Gupt Navratri Puja Vidhi: यहां जानें माघ गुप्त नवरात्रि की संपूर्ण पूजा विधि

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Magh Gupt Navratri Puja Vidhi

Magh Gupt Navratri Puja Vidhi: नवरात्रि को हिंदू धर्म में बहुत ही विशेष महत्व दिया जाता है। वैसे एक साल में चार नवरात्रि आती है। जिन्हे माघ गुप्त नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि ,आषाढ़ गुप्त नवरात्रि और आश्विन नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। गुप्त नवरात्रियों (Gupt Navratri) में की गई पूजा का अलग ही महत्व होता है। माना जाता है कि जो भी साधक इन नवरात्रियों में मां दुर्गा की पूजा और उपवास (Goddess Durga Puja and Fast) करता है तो उसे दुर्लभ शक्तियों की प्राप्ति होती है और उसके जीवन के सभी कष्ट भी समाप्त होते हैं तो बिना किसी देरी के चलिए डालते है माघ गुप्त नवरात्रि की पूजा विधि पर एक नजर...

माघ गुप्त नवरात्रि पूजा विधि (Magh Gupt Navratri Puja Vidhi) 

1. माघ गुप्त नवरात्रि के दिन साधक को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके साफ वस्त्र धारण करने चाहिए।

2. इसके बाद एक साफ चौकी लेकर उस पर गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए और उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाना चाहिए।

3.कपड़ा बिछाने के बाद कलश की स्थापना करनी चाहिए। कलश की स्थापना के लिए एक मिट्टी का पात्र लेना चाहिए और उसमें जल भरकर गंगा जल डालकर उसे ढक्कन से बंद करके एक नारियल पर लाल रंग की चुन्नी से लपेटकर कलश की ऊपर स्थापित करना चाहिए।

4. इसके बाद मां दुर्गा की प्रतिमा या तस्वीर को चौकी पर स्थापित करना चाहिए और मां को रोली का तिलक करना चाहिए। इसके साथ कलश का भी तिलक करना चाहिए। 

5. तिलक के बाद माता को श्रृंगार की सभी वस्तुएं अर्पित करनी चाहिए और उन्हें लाल रंग के पुष्पों की माला और पुष्प अर्पित करने चाहिए।

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6. इसके बाद माता के आगे धूप व दीप जलाने चाहिए और उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए।

7. इसके बाद गोबर के उपले से अज्ञारी करें। सबसे पहले इस पर घी डालें, कपूर डालें, दो लौंग का जोड़ा डालें और अंत में बताशे डालें।

8. अज्ञारी के बाद मां दूर्गा की कथा सुनें और उनकी कपूर से आरती उतारें।

9. इसके बाद उन्हें बताशे का भोग लगाएं और इन बताशों को प्रसाद के रूप में सभी के बीच में वितरीत कर दें। 

10. इस प्रकार से माघ नवरात्रि में सुबह और शाम दोनों समय मां दुर्गा का पूजा अर्चना करनी चाहिए।



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