Header Ads

Varaha Jayanti Importance: जानिए क्या है वराह जयंती का महत्व

varaha jayanti importance varaha jayanti significance varaha jayanti ka mahatva
Varaha Jayanti Importance

Varaha Jayanti Importance: वराह जयंती एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जिसे भारत में उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। वराह जयंती, जिसे वराह द्वादशी (Varaha Dwadashi) के नाम से भी जाना जाता है। वराह अवतार भगवान विष्णु का तीसरा अवतार माना जाता है। भगवान विष्णु (Lord Vishnu) ने यह अवतार सतयुग में दुनिया को बचाने के लिए लिया था। 

ये भी पढ़ें- When is Varaha Jayanti 2024: वराह जयंती 2024 में कब है, जानिए शुभ मुहूर्त और वराह जयंती की कथा

जिसमें भगवान विष्णु का रूप आधा वराह (सूअर) और आधा मनुष्य का था। जिस तरह भगवान विष्णु के अन्य अवतारों को विभिन्न त्योहारों के माध्यम से मनाया जाता है, उसी तरह हर साल बड़ी ऊर्जा और भक्ति के साथ वराह जयंती भी मनाई जाती है। इसके अलावा और क्या है वराह जयंती का महत्व (Varaha Jayanti Significance) आइए जानते हैं...

वराह जयंती का महत्व (Varaha Jayanti Ka Mahatva)

वराह जयंती का त्योहार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु ने इसी दिन पृथ्वीं को बचाने के लिए वराह अवतार लिया था। इस दिन भगवान विष्णु के भक्त भजन- कीर्तन व उपवास एवं व्रत आदि करते हैं।

ये भी पढ़ें- Adya Kali Jayanti 2024 Date and Time: आद्या काली जयंती 2024 में कब है, जानिए शुभ मुहूर्त और आद्या काली जयंती की कथा

मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति इस व्रत को करता है, उसे भूत प्रेत जैसी बाधाएं उसे कभी भी परेशान नहीं करती। इसके साथ ही इस दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति के पास धन और संपदा की कोई भी कमीं नही रहती। इस दिन मंदिरो में कई प्रकार के अनुष्ठान किए जाते हैं। 

अगर भगवान विष्णु के इस अवतार की बात करें तो इस अवतार में उनका धड़ मानव का और सिर सूअर का है। जो बुराईयों पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। 


कोई टिप्पणी नहीं

If you have and doubts. Please Let Me Know

Blogger द्वारा संचालित.