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Saraswati Avahan Importance: यहां जानें सरस्वती आवाहन का महत्व

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Saraswati Avahan Importance

Saraswati Avahan Importance: नवरात्रि उत्सव (Navratri Festival) के समय देवी सरस्वती पूजा का पहला दिन लोकप्रिय रूप से 'सरस्वती आवाहन' (Saraswati Avahan) के रूप में मनाया जाता है। आवाहन शब्द बुलाने को दर्शाता है और इस प्रकार देवी सरस्वती के दिव्य आशीर्वाद का आवाहन करने के लिए सरस्वती आवाहन का अनुष्ठान किया जाता है।

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नवरात्रि के भव्य त्योहार के अंतिम तीन दिन मुख्य रूप से सरस्वती मां की पूजा के लिए समर्पित हैं। सरस्वती आवाहन का अनुष्ठान हिंदू पंचांग के अनुसार अश्विन महीने के शुक्ल पक्ष के सातवें दिन (महा सप्तमी) को किया जाता है। इसके अलावा और क्या है सरस्वती आवाहन का महत्व आइए जानते है

सरस्वती आवाहन का महत्व  (Saraswati Avahan Ka Mahatva)

नवरात्रि की सप्तमी तिथि को माता सरस्वती की विशेष रूप से पूजा की जाती है। दक्षिण भारत में नवरात्रि की सप्तमी तिथि को मां सरस्वती का आवाहन और विजयदशमी यानी दशहरा के दिन मां सरस्वती का विर्सजन। हिंदू धर्म के अनुसार माता सरस्वती को ज्ञान की देवी माना जाता है।

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इसके अलावा यह भी माना जाता है कि संगीत के सात स्वर भी माता सरस्वती की ही वीणा से उत्पन्न हुए थे। इसी कारण से इन्हें संगीत की देवी भी माना जाता है। मां सरस्वती की पूजा से मनुष्य का बौद्धिक विकास होता है। इसलिए इस दिन मां सरस्वती की पूजा अवश्य करें।


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