Vishwakarma Puja Ki Vidhi: जानिए क्या है विश्वकर्मा पूजा की संपूर्ण विधि
Vishwakarma Puja Ki Vidhi
Vishwakarma Puja Ki Vidhi: भारत में विश्वकर्मा पूजा भगवान विश्वकर्मा (Lord Vishwakarma) की जयंती के रूप में मनाई जाती है जिन्हें सृजन का भगवान भी कहा जाता है। विश्वकर्मा पूजा का दिन श्रमिक समुदाय और कारखाने के श्रमिकों के बीच विशेष महत्व रखता है। लोग इस दिन धातु, उपकरण और सामान जैसे लैपटॉप, कार और बाइक की पूजा करते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से विश्वकर्मा जी (Vishwakarma Ji) का आशीर्वाद प्राप्त होता है और इस तरह की कृत्रिम वस्तुओं में बढ़ोतरी होती है।
यदि आप भी विश्वकर्मा पूजा के दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा (Lord Vishwakarma Puja) करना चाहते हैं और आपको इसकी पूजा के बारे में नहीं पता है तो आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे तो बिना किसी देरी के चलिए डालते हैं विश्वकर्मा पूजा की विधि पर एक नजर...
विश्वकर्मा पूजा विधि (Vishwakarma Puja Vidhi)
1.विश्वकर्मा पूजा के दिन साधक को ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान आदि करने के बाद साफ वस्त्र धारण करने चाहिए।
2. इसके बाद एक चौकी लेकर उस पर गंगाजल छिड़कर कर उसे शुद्ध कर लें और फिर उस पर एक कोरा लाल रंग का वस्त्र बिछाएं।
3.चौकी पर कपड़ा बिछाने के बाद अष्टदल कमल बनाकर उस पर कलश की स्थापना करें।
4. इसके बाद सात तरह के अनाजों की ढेरी बनाएं और उस पर भगवान विष्णु और विश्वकर्मा जी की प्रतिमा या तस्वीर को स्थापित करें।
5.तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करने के बाद भगवान विष्णु और विश्वकर्मा जी का रोली से तिलक करें।
6. तिलक के बाद उन्हें अक्षत, फूल, चंदन, धूप, अगरबत्ती , दही , रोली, सुपारी ,रक्षा सूत्र, मिठाई, फल आदि अर्पित करें।
7.इन सभी चीजों को अर्पित कनरे के बाद 'ॐ आधा र शक्तपे नम: और ॐ कूमयि नम:', 'ॐ अनन्तम नम:', 'पृथि व्यै नम: मंत्र का जाप करें।
8.मंत्र जाप के बाद विश्वकर्मा जी की कथा पढ़ें अथवा सुनें और फिर उनकी आरती उतारें।
9. आरती के बाद उन्हें मिठाई का भोग लगाएं।
10. इसके बाद अपनी दुकान, मशीन और फैक्ट्री की भी करें और यदि संभव हो तो इस दिन इनसे किसी भी प्रकार का काम न करें।
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