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Importance of Gopashtami: जानिए क्या है गोपाष्टमी का महत्व

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Importance of Gopashtami

Importance of Gopashtami: गोपाष्टमी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन गायों की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन लोग गौ धन (Godhan)  के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं और उन गायों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान भी दिखाते हैं जिन्हें जीवनदाता माना जाता है। हिंदू संस्कृति में, गायों को 'गौ माता' कहा जाता है और इनकी देवी की तरह पूजा की जाती है। बछड़ों और गायों की पूजा करने की परंपरा गोवत्स द्वादशी के त्योहार (Govatsa Dwadashi Festival) के समान है जो महाराष्ट्र के क्षेत्रों में मनाया जाता है। इसके अलावा और क्या है गोपाष्टमी का महत्व आइए जानते हैं...

गोपाष्टमी का महत्व (Gopashtami Ka Mahatva)

गोपाष्टमी को हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व दिया जाता है। इस दिन गायों की विशेष रूप से पूजा की जाती है। वहीं इस दिन कुछ लोग गाऊशाल में भी जाकर गायों की पूजा करते हैं। गायों को इस दिन तिलक करके उन पर गंगा जल छिड़का जाता है और फिर उन्हें फूलों की माला पहनाई जाती है। 

इसके बाद उन्हें गुड़ और केले प्रसाद के रूप में खिलाए जाते हैं और अंत में उनकी धूप व दीप से आरती उतारी जाती है। लेकिन इससे पहले भगवान श्री कृष्ण की पूजा की जाती है और उसके बाद ही गायों की पूजा की जाती है। माना जाता है कि गाय भगवान श्री कृष्ण को अत्याधिक प्रिय है।

गाय के अंदर सभी देवी-देवताओं का भी वास माना जाता है। इतना ही नहीं गाय की सेवा से मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। गोपाष्टमी पर कई जगहों पर सत्संग और भंडारे का भी आयोजन किया जाता है। इस दिन लोग मंदिरों में जाकर भगवान श्री कृष्ण की दर्शन करते हैं और गायों की परिक्रमा करके उनके साथ चलते हैं। 

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