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Saraswati Avahan 2025 Kab Hai: सरस्वती आवाहन 2024 में कब है, जानिए शुभ मुहूर्त और सरस्वती आवाहन की कथा

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Saraswati Avahan 2025 Kab Hai

Saraswati Avahan 2025 Kab Hai: शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) उत्सव के समय देवी सरस्वती की पूजा (Goddess Saraswati Puja) का पहला दिन लोकप्रिय रूप से 'सरस्वती आह्वान' के रूप में मनाया जाता है। आवाहन शब्द बुलाने को दर्शाता है और इस प्रकार देवी सरस्वती को बुलाने के लिए सरस्वती आवाहन का अनुष्ठान किया जाता है।

शारदीय नवरात्रि के भव्य त्योहार के अंतिम तीन दिन मुख्य रूप से सरस्वती मां की पूजा के लिए समर्पित हैं। सरस्वती आह्वान का अनुष्ठान हिंदू पंचांग के अनुसार अश्विन महीने के शुक्ल पक्ष के सातवें दिन (महा सप्तमी) को किया जाता है। तो बिना किसी देरी के चलिए जानते हैं सरस्वती आवाहन 2025 में कब है, सरस्वती आवाहन का शुभ मुहूर्त और सरस्वती आवाहन की कथा


सरस्वती आवाहन 2025 तिथि (Saraswati Avahan 2025 Date)

29 सितंबर 2025

सरस्वती आवाहन 2025 शुभ मुहूर्त (Saraswati Avahan 2025 Shubh Muhurat)

मूल नक्षत्र आवाहन मुहूर्त - सुबह 10 बजकर 30 मिनट से शाम 5 बजकर 06 मिनट तक (29 सितंबर 2025)

मूल नक्षत्र प्रारम्भ -  सुबह 03 बजकर 55 मिनट से (29 सितंबर 2025)

मूल नक्षत्र समाप्त - अगले दिन सुबह 6 बजकर 17 मिनट तक (30 सितंबर 2025)


सरस्वती आवाहन की कथा (Saraswati Avahan Ki Katha)

पौराणिक कथाओ के अनुसार भगवान ब्रह्मा संपूर्ण संसार की रचना से बहुत प्रसन्न थे। परिणामस्वरूप, वह पूरी दुनिया को अपनी आंखों से देखना चाहते थे। अत: वह यात्रा पर निकल पड़े। जब उसने दुनिया को देखा, तो वह पूरी तरह खामोशी से निराश हो गए। पृथ्वी ग्रह पर हर कोई बहुत अकेला दिखाई देता था।

भगवान ब्रह्मा को एक विचार आया। उन्होंने अपने कमंडल में थोड़ा सा जल लिया और उसे हवा में छिड़क दिया। जिसके बाद मां सरस्वती अपनी वीणा के साथ प्रकट हुईं। ब्रह्मा ने उनसे कुछ संगीत बजाने का अनुरोध किया ताकि पृथ्वी पर सब कुछ शांत न हो। परिणामस्वरूप, मां सरस्वती ने कुछ संगीत बजाना शुरू कर दिया।

जिससे पृथ्वी के लोगों को वाणी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। उन्होंने इस ग्रह को संगीत से भी भर दिया। तभी से उन्हें वाणी और ज्ञान की देवी माता सरस्वती के नाम से जाना जाने लगा। उन्हें वीणा वादिनी (वीणावादक) के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि मां सरस्वती ने वाणी, बुद्धि, बल और तेज प्रदान किया।



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