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Indira Ekadashi 2022 Kab Hai: इंदिरा एकादशी 2022 में कब है, जानिए शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि

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Indira Ekadashi 2022 Kab Hai


Indira Ekadashi 2022 Kab Hai: इंदिरा एकादशी आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। यह एकादशी श्राद्ध पक्ष में आती है। इसलिए इस एकादशी को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है। माना जाता है कि जो भी व्यक्ति इस एकादशी का व्रत करता है, उसे मरने के उपरांत नर्क में दी जाने वाली यातनाओं का भोग नहीं करना पड़ता तो बिना किसी देरी के चलिए जानते हैं इंदिरा एकादशी 2022 में कब है, इंदिरा एकादशी का शुभ मुहूर्त, इंदिरा एकादशी का महत्व और इंदिरा एकादशी की पूजा विधि

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इंदिरा एकादशी का महत्व (Indira Ekadashi Importance)

इंदिरा एकादशी श्राद्ध पक्ष में आती है। इसी कारण से इस एकादशी को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है। मान्यातओं के अनुसार जो भी व्यक्ति इंदिरा एकादशी का व्रत रखता है। उसे मरने के बाद नर्क में दी जाने वाली यातनाएं नहीं भोगनी पड़ती। इतना ही नहीं जो भी व्यक्ति इस व्रत को रखता है, उसके भी पित्तरों के सभी पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं और उन्हें मुक्ति की प्राप्ति होती है।

इसके अलावा उन्हें स्वर्गलोक की भी प्राप्ति होती है। इस व्रत को संसार के सभी जीवों को मुक्ति दिलाने वाला व्रत बताया गया है। यह व्रत पितृ पक्ष में आता है। इसलिए इंदिरा एकादशी को श्राद्ध की एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इसके साथ ही जो व्यक्ति पितृ दोष से पीड़ित है तो उसे यह व्रत अवश्य रखना चाहिए। क्योंकि यह व्रत पितृ दोष से भी मुक्ति दिलाता है। 

इंदिरा एकादशी की पूजा विधि (Indira Ekadashi Puja Vidhi)

1. इंदिरा एकादशी के नियमों का पालन दशमी तिथि से ही करना चाहिए। इसलिए दशमी तिथि से ही नमक का त्याग कर देना चाहिए।

2.इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए और स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करने चाहिए।

3. इसके बाद एक साफ चौकी पर गंगाजल छिड़कर उस पर पीले रंग का वस्त्र बिछाना चाहिए और भगवान विष्णु को पंचामृत से स्नान कराना चाहिए।

4. पंचामृत में तुलसी दल अवश्य ही होना चाहिए। इसके बाद उस चौकी पर भगवान विष्णु का चित्र स्थापित करें। 

5. चित्र स्थापित करने के बाद कलश की भी स्थापन करें और कलश पर लाल रंग का कपड़ा बांधें।

6. इसके बाद भगवान विष्णु का चंदन से तिल करें और उन्हें पीले फूलों की माला और पुष्प अर्पित करें।

7. पुष्प अर्पित करने के बाद भगवान विष्णु को पीले फल, नैवेद्य, पीले रंग की मिठाई आदि अर्पित करें।

8. इसके बाद भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें और उनके मंत्रों का उच्चारण करें और इंदिरा एकादशी की कथा सुनें। 

9. पूजा के बाद भगवान विष्णु की धूप व दीप से आरती उतारें और उन्हें मिठाई का भोग लगाएं। 

10. इसके बाद भगवान विष्णु से जाने- अनजाने में हुई भूल के लिए क्षमा प्रार्थना करें और फिर किसी ब्राह्मण या फिर किसी निर्धन व्यक्ति को अपने पित्तरों के नाम से दान अवश्य दें।

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इंदिरा एकादशी 2022 तिथि (Indira Ekadashi 2022 Date)

21 सितंबर 2022

इंदिरा एकादशी 2022 शुभ मुहूर्त (Indira Ekadashi 2022 Shubh Muhurat)

इंदिरा एकादशी व्रत के पारण का समय- सुबह 6 बजकर 44 मिनट से सुबह 9 बजकर 10 मिनट तक (21 सितंबर 2022)

एकादशी तिथि प्रारम्भ -  सुबह 11 बजकर 56 मिनट से (20 सितंबर 2022)

एकादशी तिथि समाप्त - अगले दिन दोपहर 2 बजकर 04 मिनट तक (21 सितंबर 2022)

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