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Saraswati Avahan 2022 Kab Hai: सरस्वती आवाहन 2022 में कब है, जानिए शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि

 

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Saraswati Avahan 2022 Kab Hai

Saraswati Avahan 2022 Kab Hai: सरस्वती आवाहन का पर्व (Saraswati Avahan Festival) विशेष रूप से दक्षिण भारत में मनाया जाता है। यह त्योहार शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) की सप्तमी तिथि से प्रारंभ होता है और विजयदशमी यानी दशहरे (Dussehra) के दिन मां सरस्वती (Goddess Saraswati) के विर्सजन के साथ समाप्त हो जाता है तो बिना किसी देरी के चलिए जानते हैं सरस्वती आवाहन 2022 में कब है (Saraswati Avahan 2022 Mein Kab Hai), सरस्वती आवाहन का शुभ मुहूर्त (Saraswati Avahan Shubh Muhurat), सरस्वती आवाहन का महत्व और सरस्वती आवाहन की पूजा विधि (Saraswati Avahan Imortance and Saraswati Avahan Puja Vidhi)

सरस्वती आवाहन का महत्व  (Saraswati Avahan Ka Mahatva)

नवरात्रि की सप्तमी तिथि को माता सरस्वती की विशेष रूप से पूजा की जाती है। दक्षिण भारत में नवरात्रि की सप्तमी तिथि को मां सरस्वती का आवाहन और विजयदशमी यानी दशहरा के दिन मां सरस्वती का विर्सजन। हिंदू धर्म के अनुसार माता सरस्वती को ज्ञान की देवी माना जाता है।

इसके अलावा यह भी माना जाता है कि संगीत के सात स्वर भी माता सरस्वती की ही वीणा से उत्पन्न हुए थे। इसी कारण से इन्हें संगीत की देवी भी माना जाता है। मां सरस्वती की पूजा से मनुष्य का बौद्धिक विकास होता है। इसलिए इस दिन मां सरस्वती की पूजा अवश्य करें।

सरस्वती आवाहन पूजा विधि (Saraswati Avahan Puja Vidhi)

1.सरस्वती आवाहन के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद पीले या सफेद रंग के वस्त्र ही धारण करें।

2. इसके बाद एक साफ चौकी लें और उस पर गंगाजल छिड़कर कर सफेद रंग का वस्त्र बिछाएं।

3. चौकी पर कपड़ा बिछाने के बाद मां सरस्वती की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।

4. माता सरस्वती की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करने के बाद उन्हें सफेद या पीले रंग फूल और सफेद चंदन अर्पित करें। इसके बाद मां सरस्वती को श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें।

5. यह सभी वस्तुएं अर्पित करने के बाद मां सरस्वती के आगे धूप व दीप जलाएं और ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नमः मंत्र का जाप करें। 

6. मंत्र जाप के बाद माता सरस्वती के चरणों में गुलाल अर्पित करें और मां सरस्वती की विधिवत पूजा करें।

7. मां सरस्वती की पूजा करने के बाद पुस्तकों और वाद्य यंत्रों की भी पूजा करें 

8. इसके बाद मां सरस्वती की कथा पढ़ें या सुनें और मां सरस्वती की धूप व दीप से आरती उतारें। 

9.मां सरस्वती की आरती उतारने के बाद उन्हें मालपुआ और खीर का भोग लगाएं।

10.इसके बाद माता सरस्वती से किसी भी प्रकार की भूल के लिए क्षमा याचना अवश्य करें और मालपुआ और खीर घर के सभी लोगों के बीच बाटें।

सरस्वती आवाहन 2022 तिथि (Saraswati Avahan 2022 Date)

2 अक्टूबर 2022

सरस्वती आवाहन 2022 शुभ मुहूर्त (Saraswati Avahan 2022 Shubh Muhurat)

मूल नक्षत्र आवाहन मुहूर्त - सुबह 6 बजकर 54 मिनट से सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक (2 अक्टूबर 2022)


मूल नक्षत्र प्रारम्भ -  शाम 05 बजकर 41 मिनट से (1 अक्टूबर 2022)

मूल नक्षत्र समाप्त - अगले दिन शाम 4 बजकर 23 मिनट तक (2 अक्टूबर 2022)

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