Akshaya Tritiya Importance: जानिए क्या है अक्षय तृतीया का महत्व
Akshaya Tritiya Importance |
"अक्षय" शब्द का अर्थ है "शाश्वत" या "कभी कम न होने वाला" और "तृतीया" का अर्थ है "तीसरा", इसलिए अक्षय तृतीया की व्याख्या शाश्वत समृद्धि के दिन के रूप में की जाती है। अक्षय तृतीया का दिन नई शुरुआत करने, नए उद्यम शुरू करने या नए अवसरों में निवेश करने के लिए बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया के अवसर पर खरीदी गई कोई भी चीज हमेशा आपके साथ रहती है और समृद्धि और सौभाग्य लाती है। इसके अलावा और क्या है अक्षय तृतीया का महत्व आइए जानते हैं...
अक्षय तृतीया का महत्व (Akshaya Tritiya Importance)अक्षय तृतीया को हिंदू धर्म में बहुत ही शुभ माना जाता है। क्योंकि अक्षय़ को अर्थ होता है कभी न समाप्त होने वाला और तृतीया को हिंदू शास्त्र में बहुत ही शुभ तिथि माना जाता है। इसी कारण अक्षय़ तृतीया ही शुभ मानी जाती है।धनतेरस के अलावा यह एक दिन ऐसा होता है जब लोग सबसे ज्यादा सोने की वस्तुएं खरीदते हैं।
ये भी पढ़ें- Parshuram Jayanti Puja Vidhi: यहां देखें परशुराम जयंती की संपूर्ण पूजा विधि
क्योंकि इस दिन खरीदी गई वस्तु कभी भी समाप्त नहीं होती। इस दिन कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त के भी किया जा सकता है। अक्षय तृतीया के दिन ही भगवान परशुराम की भई जन्म हुआ था। इसी कारण से इस दिन परशुराम जयंती भी मनाई जाती है। वहीं इसके अलावा यह भी माना जाता है कि अक्षय़ तृतीया पर ही मां गंगा का भी धरती पर स्वर्ग से आगमन हुआ था।
मां गंगा को भागीरथ अपने पूर्वजों का उद्धार करने के लिए धरती पर स्वर्ग से लाए थे। इसी वजह से अक्षय़ तृतीया को बहुत ही पवित्र दिन माना जाता है। वहीं एक ओर मान्यता के अनुसार अक्षय़ तृतीया को अन्नपूर्णा के जन्म दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। माता अन्नपूर्णा अन्न की देवी हैं और इस दिन माता अन्नपूर्णा की पूजा करने वाले व्यक्ति के घर में कभी भी अन्न की कोई कमीं नहीं होती।
कोई टिप्पणी नहीं
If you have and doubts. Please Let Me Know