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Hariyali Teej Puja Vidhi: जानिए क्या है हरियाली तीज की संपूर्ण पूजा विधि

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Hariyali Teej Puja Vidhi

Hariyali Teej Puja Vidhi: हरियाली तीज का त्योहार (Hariyali Teej Festival) श्रावण मास (Shravan Maas) की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इसी दिन भगवान शिव ने माता पार्वती (Lord Shiva and Goddess Parvati) को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। इसी कारण से इस दिन सुहागन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा करती हैं और व्रत रखकर अपने अखंड सुहाग की कामना करती हैं। अगर आप भी हरियाली तीज का व्रत रखना चाहती हैं और आपको इसकी त्योहार की पूजा विधि के बारे में नहीं पता है तो आज हम आपको हरियाली तीज की संपूर्ण पूजा विधि के बारे में बताएंगे तो बिना किसी देरी के चलिए डालते हैं हरियाली तीज की पूजा (Hariyali Teej Ki Puja Vidhi) विधि पर एक नजर...

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हरियाली तीज की पूजा विधि (Hariyali Teej Puja Vidhi)

1. हरियाली तीज के व्रत के नियमों का पालन महिलाओं को एक दिन पहले से ही करना चाहिए।यह व्रत सुहागन महिलाएं और कुंवारी लड़कियां दोनो कर सकती है।

2. इस दिन निर्जल व्रत किया जाता है। हरियाली तीज के दिन महिलाओं को सुबह जल्दी उठना चाहिए और स्नान आदि करने के बाद साफ वस्त्र धारण करने चाहिए।

3.यह व्रत सुहागन महिलाओं के लिए अत्यंत विशेष होता है। इसलिए इस दिन महिलाओं को पूरा श्रृंगार अवश्य करना चाहिए। 

4. हरियाली तीज के दिन महिलाओं को अपने घर की अच्छी तरह से साफ सफाई करनी चाहिए और साथ ही घर के बाहर आम के पत्तों का तोरण भी लगाना चाहिए। 

5.इसके बाद मिट्टी में गंगाजल डालकर भगवान गणेश, माता पार्वती और भगवान शिव की प्रतिमा बनानी चाहिए। 

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6.प्रतिमा बनाने के बाद एक चौकी पर गंगा जल छिड़कर कर उसे पर पर इन प्रतिमाओं को स्थापित करना चाहिए।

7. इसके बाद सबसे पहले गणेश जी की विधिवत पूजा करें।

8.भगवान गणेश की पूजा करने के बाद भगवान शिव और माता पार्वती को पुष्प, नैवेध और श्रृंगार की सभी वस्तुएं अर्पित करके उनका पूरे विधि - विधान से पूजन करना चाहिए।

9. इसके बाद सबसे हरियाली तीज की कथा पढ़ें या सुने और फिर सबसे पहले भगवान गणेश की आरती करें और उसके बाद माता पार्वती और भगवान शिव की आरती करें।

10.आरती करने के बाद रात्रि जागरण अवश्य करें और दूसरे दिन अपने व्रत का पारण करें।



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