Raksha Bandhan Importance: जानिए क्या है रक्षाबंधन का महत्व
Raksha Bandhan Importance |
Raksha Bandhan Importance: भारतीय संस्कृति में श्रावण मास की पूर्णिमा को भाई-बहन के निस्वार्थ प्रेम के प्रतीक के रूप में रक्षाबंधन का त्योहार (Raksha Bandhan Festival) मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाकर उसकी कलाई पर राखी (Rakhi) बांधती है और उसकी सलामती और सुरक्षा की प्रार्थना करती है। इस त्योहार को "श्रावणी" (Shravani) के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह श्रावण माह में मनाया जाता है।
रक्षाबंधन पूरे भारत में मनाया जाता है लेकिन सांस्कृतिक भिन्नता के अनुसार इसे अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नामों से मनाया जाता है। पारंपरिक प्रभाव के अनुसार विशिष्ट क्षेत्रों में रक्षा बंधन बहुत ही अनोखे तरीके से मनाया जाता है। उत्तर भारत में इस दिन बहन राखी बांधती है और उसकी सफलता की कामना करती है और बदले में भाई भी उसे कठिन समय में मदद करने के वादे के साथ उपहार देता है। इसके अलावा और क्या है रक्षाबंधन का महत्व आइए जानते हैं...
रक्षाबंधन का महत्व (Raksha Bandhan Importance)
रक्षाबंधन का त्योहार भाई बहन के अटूट प्रेम का त्योहार माना जाता है। यह त्योहार दो शब्दों से मिलकर बना है रक्षा रक्षा + बंधन जिसका अर्थ है रक्षा के बंधन में बधना। रक्षा बंधन के दिन भाई अपनी बहन की रक्षा का वचर देता है।
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इस दिन बहने राखी बांधकर अपने अपने भाई से अपनी रक्षा का वचन लेती हैं तो वहीं भाई भी अपने सभी बहन के प्रति अपने सभी दायित्वों को पूरा करने और उनकी हर प्रकार से रक्षा के वचन का वचन देते हैं। रक्षाबंधन के दिन भाई की कलाई पर बांधी गई राखी सिर्फ एक धागा नहीं होती बल्कि भाई और बहन के अटूट प्रेम का सूत्र होती है।
बहने अपने भाई को रक्षाबंधन दिन राखी इसलिए भी बांधती हैं ताकि उसके जीवन पर किसी भी प्रकार का कोई संकट न आए। इस दिन बहने अपने भाई को राखी बांधें दिन कुछ भी नहीं खाती पीतीं।रक्षाबंधन पर राखी के धागे को ऐसा कवच माना जाता है।जिसे स्वंय यमराज भी नहीं भेद सकते।
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