Importance of Anant Chaturdashi: जानिए क्या है अनंत चतुर्दशी का महत्व
Importance of Anant Chaturdashi |
Importance of Anant Chaturdashi: अनंत चतुर्दशी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो दस दिवसीय गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) उत्सव के समापन का प्रतीक है। भगवान विष्णु और शेषनाग (Lord Vishnu and Sheshnaag) को समर्पित यह त्योहार पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है, जिसमें कई तरह के अनुष्ठान, सांस्कृतिक गतिविधियां और सामाजिक समारोह शामिल होते हैं।
अनंत चतुर्दशी का महत्व (Anant Chaturdashi Ka Mahatva)
अनंत चतुर्दशी भाद्रमास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन विशेष रूप से माता यमुना, शेषनाग जी और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। अनंत चतुर्दशी के दिन अनंत धागे को भगवान विष्णु का रूप मनाकर रक्षा सूत्र के रूप में बांधा जाता है।
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लेकिन इस धागे को कलाई पर बांधने से पहले इसमें चौदह गांठ लगाकर कुमकुम आदि लगाकर विधिवत पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन बांधा गया यह अनंत धागा व्यक्ति की सभी प्रकार से रक्षा करता है और उसके जीवन की सभी परेशानियों का समाप्त करता है।
इसके साथ ही इस धागे को बांधने के बाद उसके जीवन में किसी भी प्रकार के धन और धान्य की कभी भी कमीं नहीं रहती। हिंदू धर्म के अलावा इस दिन को जैन धर्म में भी विशेष माना जाता है। क्योंकि इस दिन जैन धर्म के दशलक्षण पर्व का समापन होता है। जिसमें भगवान की शोभा यात्रा निकाली जाती है। उनका जलाभिषेक किया जाता है।
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