Dussehra significance: जानिए क्या है दशहरा का महत्व
दशहरा का महत्व (Dussehra Importance)
दशहरा के दिन भगवान श्री राम ने दस सिरों वाले रावण का वध किया था। इसलिए इस त्योहार को दशहरा ने नाम से जाना जाता है। दशहरा को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन जगह जगह रामलीला का आयोजन किया जाता है और रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले फूंके जाते हैं।
जो लोगो को यह संदेश देता है कि कैसे भगवान श्री राम ने रावण को मारकर बुराई पर अच्छाई की जीत को स्थापित किया। भारत में कई जगहों पर दशहरा का त्योहार मनाया जाता है। जिसमें उतर भारत में इस त्योहार को अधिक महत्व दिया जाता है।
ये भी पढ़ें- Durga Visarjan Kaise Kiya Jata Hai: जानिए कैसे किया जाता है दुर्गा विसर्जन
दशहरा का त्योहरा शारदीय नवरात्रि के एक दिन बाद आता है। इससे पहले शारादीय नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा की जाती है और महानवमी के दिन कन्या पूजन के साथ मां को विदाई दे दी जाती है। इसके अगले दिन दशहरे का त्योहर बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है।
जब रावण ने माता सीता का हरण कर लिया था। तब भगवान राम माता सीता को ढूंढते हुए लंका पहुंचे थे। इसके बाद भगवान श्री राम और रावण में भयंकर युद्ध हुआ था और भगवान श्री राम ने रावण को मारकर माता सीता को रावण की कैद से छुड़ाया था।
कोई टिप्पणी नहीं
If you have and doubts. Please Let Me Know