Pitru Paksha Shradh Vidhi: यहां जानें श्राद्ध की संपूर्ण विधि
Pitru Paksha Shradh Vidhi |
Pitru Paksha Shradh Vidhi: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में श्राद्ध के दिनों (Shradh Days) में अपने पूर्वजों को याद किया जाता है और उनका आभार व्यक्त किया जाता है। हिंदू धर्म में अगर पितृ संतुष्ट होते हैं तो वे उनके परिवार पर आशीर्वाद देते हैं, जिससे परिवार में सुख, ऐश्वर्य और शांति बनी रहती है। हिंदू धर्म में अपने पूर्वजों का श्राद्ध कर्म और पिंडदान (Shraddha Karma and Pind Daan) करने को विशेष महत्व दिया जाता है। पितृ पक्ष में अपने मृत प्रियजनों का श्राद्ध और तर्पण करने की परंपरा है।
पितृ पक्ष में श्राद्ध करने की भी परंपरा है। श्राद्ध का अर्थ है श्रद्धा। पितृ पक्ष शुरू होने पर पितरों के प्रति श्रद्धा व्यक्त की जाती है। जिससे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त हो सके। लेकिन क्या आप जानते हैं कि श्राद्ध किस प्रकार से किया जाता है। अगर नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे तो बिना किसी देरी के चलिए डालते हैं श्राद्ध विधि पर एक नजर...
श्राद्ध करने की विधि (Shradh Vidhi)
1. श्राद्ध करने वाले व्यक्ति को पहले अपने आपको शुद्ध करके धोती धारण करनी चाहिए।
2. श्राद्ध में तिल, चावल, जौ आदि को अधिक महत्त्व दिया जाता है। इसलिए श्राद्ध में इन चीजों को विशेष रुप से सम्मिलित करें।
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3.इसके बाद श्राद्ध को पितरों को भोग लगाकर किसी ब्राह्मण को भोजन कराएं। इसके बाद तिल और पितरों को पंसद चीजें उन्हें अर्पित करें।
4.श्राद्ध में पितरों को अर्पित किए जाने वाले भोज्य पदार्थ को पिंडी रूप में अर्पित करना चाहिए। श्राद्ध का अधिकार पुत्र, भाई, पौत्र, प्रपौत्र समेत महिलाओं को भी होता है।
5. इसके बाद कौओं को श्राद्ध का भोजन अवश्य कराएं। क्योंकि कौओं को पितरों का रूप माना जाता है और फिर किसी ब्राह्मण को भी अवश्य भोजन कराएं।
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