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Shardiya Navratri 2025: झण्डेवाला देवी मंदिर में की गई पूर्ण विधि-विधान से मां स्कन्दमाता की पूजा अर्चना

shardiya navratri 2025 worship of goddess skandamata was performed with full rituals at jhandewalan devi mandir
Shardiya Navratri 2025

Shardiya Navratri 2025: प्राचीन ऐतिहासिक झण्डेवाला देवी मंदिर (Jhandewalan Devi Mandir) में आज नवरात्रि मेले के छठे दिन मां के पाचंवे स्वरूप “स्कन्दमाता’’ (Goddess Skandamata) का श्रृंगार व पूजा अर्चना पूर्ण विधि-विधान से की गई। मां भगवान स्कन्द “कुमार कार्तिकेय” के नाम से भी जानी जाती हैं। चतुर्भुजी माँ “स्कन्दमाता” का वाहन मयूर है इसलिए इन्हें “मयूरवाहन” के नाम से भी जाना जाता है।

मां स्कन्द माता की उपासना से भक्तों की समस्त इच्छाएं पूर्ण होती हैं। भक्तों की मनोकामना पूरी करने वाली मां झण्डेवाली के मंदिर मे मां का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भक्तों का मां के प्रति श्रद्धा व उत्साह देखते ही बनता है। मंदिर के सेवादार आने वाले भक्तों को मां के दर्शन सुचारु रूप से हो सके इसके लिये सदैव तत्पर रहते हैं और भक्तों का मार्ग दर्शन करते हैं।

मंदिर प्रबंधन की ओर से सुरक्षा के समस्त प्रबंध किये गए हैं। मंदिर व आसपास के क्षेत्रों में 290 सी सी टी वी कैमरे लगाए गए हैं जिन पर  सुरक्षा कर्मी व पुलिस की टीमें हर समय नजर रखती हैं। दर्शनों की online बुकिंग व QR Code से की जा रही दर्शन व्यवस्था  भक्तों में बहुत लोकप्रिय हो रही है।

मां झण्डेवाली के प्रति आस्था एंव मंदिर की स्वच्छता व व्यव्स्था की प्रशंसा सुन कर देश विदेश से भक्त मां के दर्शनों के लिए आते हैं। मंदिर न्यास व प्रबंधन समिति  सदैव आने वाले भक्तों की सुविधा और संतुष्टि के लिये प्रयत्नशील एवं तत्पर रहती हैं

इस मंदिर को भारत के सर्वश्रेष्ठ मंदिरों मे गिना जाता है और यहां की व्यवस्था की भूरि–भूरि प्रशंसा की जाती है।प्रात: 4.00 बजे से रात्रि 12.00 बजे तक के सारे कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण झण्डेवाला देवी मंदिर के यू-टयूब चैनल, फेसबुक, वेबसाइट, एवं मंदिर की एप्लीकेशन के माध्यम से किया जाता है । 

वहीं कल नवरात्र के सातवें दिन माँ के छठे स्वरूप कात्यायनी देवी का श्रृंगार एवं पूजा – अर्चना की जाएगी 


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