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Narasimha Jayanti Puja Vidhi: यहां जानें नरसिंह जयंती की संपूर्ण पूजा विधि

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Narasimha Jayanti Puja Vidhi

Narasimha Jayanti Puja Vidhi: नरसिंह जयंती हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु (Lord Vishnu) अपने चौथे अवतार नरसिंह (आधे मनुष्य और आधे शेर रूप) के रूप में पृथ्वी पर अवतरित हुए थे। इसलिए, इस दिन को नरसिंह जयंती के रूप में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान नरसिंह की पूजा (Lord Narasimha Puja) करने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। इतना ही नहीं इस दिन जो भी व्रत करके भगवान नरसिंह की विधिवत पूजा करते हैं उसके सातों जन्म के पार नष्ट हो जाते हैं और उसे सभी सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है तो बिना किसी देरी के चलिए जानते हैं नरसिंह जयंती की पूजा विधि (Narsingh Jayanti Ki Puja Vidhi)

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नरसिंह जयंती पूजा विधि (Narasimha Jayanti Puja Vidhi)

1.भगवान नरसिंह की पूजा शाम के समय ही की जाती है। इसलिए नरसिंह जयंती के दिन संध्याकाल में ही भगवान नरसिंह की पूजा करें।

2.पूजा से पहले स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें और इसके बाद एक साफ चौकी लेकर उस पर गंगाजल छिड़कें।

3. इसके बाद एक पीले रंग का वस्त्र बिछाएं और भगवान नरसिंह की ऐसी प्रतिमा या मूर्ति स्थापित करें, जिसमें माता लक्ष्मी उनके साथ हों।

4. मूर्ति स्थापित करने के बाद  भगवान नरसिंह का चंदन से और माता लक्ष्मी का कुमकुम से तिलक करें। 

5. इसके बाद फल , पुष्प , कुमकुम , केसर , पंचमेवा, नारियल, चंदन,तलुसी , अक्षत और पितांबर आदि अर्पित करें। वहीं मां लक्ष्मी को कमल के पुष्ट और श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें।

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6.यह सभी वस्तुएं अर्पित करने के बाद भगवान नरसिंह और माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें और उनके मंत्रों का जाप करें।

7. पूजा के बाद नरसिंह जयंती की कथा अवश्य पढ़ें या सुनें।

8. इसके बाद भगवान नरसिंह को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं और माता लक्ष्मी को सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं।

9. भोग लगाने के बाद भगवान नरसिंह और माता लक्ष्मी की धूप व दीप से आरती उतारें। आरती के बाद भगवान नरसिंह और माता लक्ष्मी से पूजा में हुई किसी भूल के लिए क्षमा याचना अवश्य करें।

10. इसके बाद किसी निर्धन व्यक्ति या ब्राह्मण को अपने सामर्थ्य के अनुसार दान अवश्य दें।


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