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Jagannath Rath Yatra 2024 Kab Hai: जानिए जगन्नाथ रथ यात्रा 2024 में कब निकलेगी और क्या है जगन्नाथ रथ यात्रा की कथा

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Jagannath Rath Yatra 2024 Kab Hai

Jagannath Rath Yatra 2024 Kab Hai: जगन्नाथ यात्रा (Jagannath Yatra) आषाढ़ मास (Ashadha Mass) के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निकाली जाती है। यह पर्व विशेष रूप से उड़ीसा के पुरी में मनाया जाता है। जगन्नाथ यात्रा के दिन बलराम जी, भगवान श्री कृष्ण और सुभद्रा जी को रथ पर बैठाकर उनकी यात्रा कराई जाती है। इस दिन इस रथ को खींचने के लिए देशभर से लोग यहां पर आते हैं। क्योंकि हिंदू धर्म के अनुसार माना जाता है कि भगवान जगन्नाथ के रथ (Lord Jagannath Rath) को खींचने से मोक्ष की प्राप्ति होती है तो बिना किसी देरी के चलिए जानते हैं जगन्नाथ यात्रा 2024 में कब है (Jagannath Rath Yatra 2024 Mein Kab Hai) और क्या है जगन्नाथ रथ यात्रा की कथा (Jagannath Rath Yatra Story)

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जगन्नाथ रथ यात्रा 2024 तिथि (Jagannath Rath Yatra 2024 Date)

7 जुलाई 2024

द्वितीया तिथि प्रारम्भ - सुबह 04 बजकर 26 मिनट से (7 जुलाई 2024)

द्वितीया तिथि समाप्त - अगले दिन सुबह 04 बजकर 59 मिनट तक (8 जुलाई 2024)


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जगन्नाथ रथ यात्रा की कथा (Jagannath Rath Yatra Ki Katha)

एक बार द्वारका में भगवान की रानियों ने माता रोहिणी से भगवान कृष्ण और गोपियों के प्रसंगों या लीलाओं को सुनाने का अनुरोध किया। लेकिन रोहिणी उन्हें बताने में झिझक रही थी। काफी जिद करने पर वह मान गईं। जब उन्होंने कृष्ण की लीला के प्रसंग सुनाए तो उन्होंने सुभद्रा को दरवाजे पर पहरा देने के लिए कहा। व्रज कथा ने शीघ्र ही सुभद्रा को इसमें शामिल कर लिया। इतने में ही भगवान श्रीकृष्ण और बलराम द्वार पर पहुंच गए। 

सुभद्रा दोनों के बीच में अपनी बांहें फैलाकर खड़ी हो गईं और उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। हालांकि, रोहिणी की सशक्त कहानी ने उन सभी को एक ही बार में मंत्रमुग्ध कर दिया। उसी समय नारद मुनि वहां पहुंचे और देखा कि दोनों भाई-बहन एक साथ मूर्ति की तरह खड़े हैं। इस पर उन्होंने नम्रतापूर्वक प्रार्थना की और पूछा 'क्या आप तीनों इसी प्रकार सदैव दर्शन देंगे?' भगवान ने आशीर्वाद दिया और तब से, वे तीनों पुरी के पुरी के जगन्नाथ मंदिर में सदैव निवास करते हैं।


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