Varalakshmi Vratham Importance: जानिए क्या है वरलक्ष्मी व्रत का महत्व
Varalakshmi Vratham Importance |
वरलक्ष्मी व्रत एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की भारतीय महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। पवित्र व्रत श्रावण मास में शुक्रवार को मनाया जाता है जो पूर्णिमा (पूर्णिमा दिवस) से पहले आता है। इसके अलावा और क्या है वरलक्ष्मी व्रत का महत्व आइए जानते हैं...
वरलक्ष्मी व्रत का महत्व (Varalakshmi Vratham Mahatva)
शास्त्रों में एक ऐसे दुर्लभ व्रत का उल्लेख मिलता है। जिससे धन वैभव, संपन्नता, समृद्धि, सुख, संपत्ति और अखंड लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। यह व्रत है वरलक्ष्मी व्रत। अगर वरलक्ष्मी व्रत की बात करें तो वर का अर्थ है वरदान और लक्ष्मी का अर्थ होता है धन और वैभव। माना जाता है कि इस व्रत को करने से धन, संपन्नता और वैभव की प्राप्ति आसानी से हो जाती है।
ये भी पढ़ें- Nag Panchami Puja Vidhi: यहां जानें नाग पंचमी की संपूर्ण पूजा विधि
यह व्रत श्रावण मास की पूर्णिमा से आने वाले शुक्रवार को किया जाता है। अगर शास्त्रों की माने तो इस व्रत को केवल विवाहित महिलाएं ही कर सकती हैं। कुंवारी लड़कियों के द्वारा यह व्रत करना वर्जित माना जाता है। वहीं परिवार की सुख और संपन्नता के लिए विवाहित पुरुष भी इस व्रत को कर सकते हैं।
वहीं यदि कोई दंपत्ति मिलकर इस व्रत को करते हैं उन्हें माता लक्ष्मी की विशेष कृपा की प्राप्ति होती है।इतना ही नहीं वरलक्ष्मी व्रत से आठ प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती है। यह सिद्धियां है श्री, भू, सरस्वती,प्रीती,कीर्ति, शांति, संतुष्टि और कुष्टी अर्थात वरलक्ष्मी व्रत करने से व्रती के जीवन में धन,संपत्ति, ज्ञान, प्रेम,प्रतिष्ठा,शांति, संपन्नता और आरोग्यता आती है।
कोई टिप्पणी नहीं
If you have and doubts. Please Let Me Know