Sarva Pitru Amavasya Shradh Vidhi: यहां जानें सर्वपितृ अमावस्या के श्राद्ध कर्म की पूरी विधि
Sarva Pitru Amavasya Shradh Vidhi |
Sarva Pitru Amavasya Shradh Vidhi: सर्वपितृ अमावस्या को महालया अमावस्या (Mahalaya Amavasya) के नाम से भी जाना जाता है। जो भाद्रपद माह की अमावस्या को मनाई जाती है। सर्वपितृ अमावस्या पितृ पक्ष का आखिरी दिन होता है। जिसमें सभी पितरों का श्राद्ध कर्म एक साथ किया जाता है। यदि आप भी इस दिन अपने पितरों का श्राद्ध (Pitru Shraddha) करना चाहते हैं और आपको श्राद्ध कर्म की विधि के बारे में नहीं पता है तो आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे तो बिना किसी देरी के चलिए डालते हैं सर्वपितृ अमावस्या की श्राद्ध विधि पर एक नजर...
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सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध विधि (Sarva Pitru Amavasya Shradh Vidhi)
1.सर्वपितृ अमावस्या पर श्राद्ध करने से पहले अपने सभी पित्तरों को याद करें। श्राद्ध में तिल, चावल, जौ आदि को अधिक महत्त्व दिया जाता है। इसलिए श्राद्ध में इन चीजों को विशेष रुप से सम्मिलित करें।
2.इसके बाद श्राद्ध को पितरों को भोग लगाकर किसी ब्राह्मण को भोजन कराएं।
3.इसके बाद तिल और पितरों को पंसद चीजें उ्न्हें अर्पित करें। श्राद्ध में पितरों को अर्पित किए जाने वाले भोज्य पदार्थ को पिंडी रूप में अर्पित करना चाहिए।
4.श्राद्ध का अधिकार पुत्र, भाई, पौत्र, प्रपौत्र समेत महिलाओं को भी होता है।
5. अंत में कौओं को श्राद्ध को भोजन कराएं।क्योंकि कौए को पितरों का रूप माना जाता है।
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