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Kojagari Laxmi Puja Significance: जानिए क्या है कोजागरी लक्ष्मी पूजा का महत्व

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Kojagari Laxmi Puja Significance

Kojagari Laxmi Puja Significance: कोजागरी लक्ष्मी पूजा, जिसे कोजागरी पूर्णिमा या बंगाल लक्ष्मी पूजा (Kojagari Purnima or Bengal Lakshmi Puja) के रूप में मनाया जाता है, असम, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में उत्साहपूर्वक मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। अश्विन माह की पूर्णिमा की रात को मनाया जाने वाला यह त्योहार सितंबर-अक्टूबर के महीनों में आता है। यह शुभ अवसर धन और समृद्धि की देवी के रूप में प्रतिष्ठित देवी लक्ष्मी को समर्पित है। इस रात, ऐसा माना जाता है कि देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) भक्तों पर अपना आशीर्वाद देने के लिए पृथ्वी पर आती हैं। 

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इस त्योहार की विशेषता मध्यरात्रि जागरण, विस्तृत अनुष्ठान और जीवंत उत्सव हैं, जो उन क्षेत्रों की सांस्कृतिक समृद्धि और धार्मिक उत्साह को उजागर करते हैं जहां यह मनाया जाता है। कोजागरी लक्ष्मी पूजा भक्तों को दैवीय अनुग्रह प्राप्त करने और जीवन की प्रचुरता का जश्न मनाने का अवसर प्रदान करती है। इसके अलावा और क्या है कोजागरी लक्ष्मी पूजा का महत्व आइए जानते हैं...

कोजागरी लक्ष्मी पूजा का महत्व  (Kojagari Laxmi Puja Mahatva)

भारतीय राज्य जैसे उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और असम में अश्विन पूर्णिमा के दौरान देवी लक्ष्मी को समर्पित है। लक्ष्मी पूजा का यह दिन कोजागरी पूर्णिमा या बंगला लक्ष्मी पूजा के रूप में भी जाना जाता है। हालांकि भारत में अधिकांश लोग दिवाली के दिन ही देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और असम में इस दिन को खास महत्व दिया जाता है। 

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माना जाता है कि इसी दिन मां लक्ष्मी समुद्र मंथन से प्रकट हई थीं। इसी कारण कोजागरी लक्ष्मी पूजा के दिन मां लक्ष्मी प्रथ्वीं का भ्रमण करती हैं और देखती हैं को उनका कौन-सा भक्त रात्रि में जागकर उनका जागरण कर रहा है।उनका जो भी भक्त इस रात्रि जागरण करता है, मां लक्ष्मी उसका कल्याण अवश्य करती हैं। 

कई जगहों पर तो कोजागरी लक्ष्मी पूजा को दीवाली से भी ज्यादा खास माना जाता है। क्योंकि मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी स्वयं अपने भक्तों को संपत्ति देने के लिए आती हैं। इसलिए इस दिन मां लक्ष्मी के सभी भक्तों को रात में जागकर मां लक्ष्मी का जागरण अवश्य करना चाहिए।

कोजागरी पूर्णिमा की रात को दीपावली से भी ज्यादा खास माना जाता है। क्योंकि इस रात स्वयं मां लक्ष्मी अपने भक्तों को संपत्ति देने के लिए आती हैं। कहा जाता है कि अगर इस रात आपको धन का खजाना पाना है तो देवी लक्ष्मी की पूजा अवश्य करनी चाहिए।


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